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फेफड़े व दिल के फेल होने पर काम आती है ऐक्मोः डा. एके श्रीवास्तव

# फेफड़े व दिल के फेल होने पर काम आती है ऐक्मोः डा. एके श्रीवास्तव
जौनपुर। ऐक्मो ऐसी मशीन है जो तब काम आती है जब सामान्य सपोर्ट सिस्टम जैसे वेन्टीलेटर या आईएवीपी मशीन जो फेफड़े एवं दिल के फेल होने पर बचा नहीं पाते हैं। इस मशीन का उपयोग क्रिटिकल हृदय एवं फेफड़े के रोगियों जो किसी संक्रामक बीमारी या हार्ट अटैक या किसी अन्य कारण से खराब हुये हैं, होता है। उक्त बातें डा. एके श्रीवास्तव चेयरमैन डिवाइन हार्ट एवं मल्टीस्पेशिलिटी हास्पिटल लखनऊ एवं पूर्व विभागाध्यक्ष हृदय शल्य चिकित्सा विभाग पीजीआई लखनऊ ने कही। नगर के एक होटल में आयोजित सेमिनार के पहले उपस्थित पत्रकारों से वार्ता करते हुये डा. श्रीवास्तव ने कहा कि इस मशीन का प्रयोग करने के लिये जरूरी तकनीक एवं कुशल चिकित्सकों की टीम की आवश्यकता है। पम्प व आक्सिजनरेटर एवं प्लास्टिक ट्यूविंग से जुड़ा यह मशीन शरीर से विनस खून लेकर पम्प द्वारा आक्सिजनरेटर में बाहर से आक्सीजन देकर शरीर के धमनी द्वारा शरीर में प्रवाहित करता है। दिल व फेफड़ा बचाइये-जिन्दगी बचाइये जैसा स्लोगन देने वाले डा. श्रीवास्तव ने कहा कि जीवन के लिये एक नयी उम्मीद जगी है जिस पर पिछले दो महीने में काफी सफल भी हुआ हूं। अन्त में एक उदाहरण देते हुये उन्होंने बताया कि वर्ष 1975 में एक दिन की नवजात शिशु एम्पीरेशन नीमोनिया से पीड़ित हो गयी। उसे यह मशीन लगाया गया जो 3 बच्चों की मां है। इस अवसर पर पीआरओ हर्षित वर्मा, विपुल सिंह सहित तमाम लोग उपस्थित रहे।

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