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शिक्षण मेरे लिए धनार्जन का माध्यम नहीं मेरी जिम्मेदारी है : ज्योति श्रीवास्तव

शिक्षण मेरे लिए धनार्जन का माध्यम नहीं मेरी जिम्मेदारी है : ज्योति श्रीवास्तव

वाराणसी।
समाधान न्यूज 365:
नीरज कुमार श्रीवास्तव #

स्कूल व शिक्षकों का सम्मान करें और स्कूलों एवं स्कूल प्रबन्धन को हमेशा कोसने से बचें क्यों मुश्किल वक्त (लॉकडाउन) हर किसी के लिए है।

वाराणसी। जैसा कि आप सभी जानते हैं कि लॉकडाउन की  स्थिति में सारे विद्यालयों को बन्द कर दिया गया है। इसी बीच नया सत्र भी प्रारम्भ हो चुका है इसके बावजूद विद्यालयों द्वारा ऑन लाइन शिक्षा दी जा रही है विद्यालयों द्वारा दी जा रही ऑनलाइन शिक्षा निश्चितरूप से प्रसंशनीय है। सभी विद्यालयों में अपने अपने आधारभूत व्यवस्थओं के तहत ऑन लाइन सुविधाएँ दी जा रही है इस क्रम कुछ विद्यालयों ने व्हाट्सएप को शिक्षण का माध्यम बनाया है तो कुछ विद्यालयों द्वारा बाकायदा प्रोफेशनल ऑनलाइन सिस्टम को अपनाया है जहाँ ढेर सारे बच्चे एक साथ ऑनलाइन शिक्षा प्राप्त करते हैं। और ऐसे में कुछ संरचनात्मक विचारधारा के शिक्षकों ने समाज के लिए मिसाल पेश किया है जो निश्चित रूप से प्रसंशनीय व अनुकरणीय है। इस स्वाभवतः शिक्षिका का नाम है ज्याेति श्रीवास्तव जिन्होंने अपने विद्यार्थियों के प्रति अपने कर्तव्य को समझा और मोबाइल का प्रयोग टाइम पास के लिए न करते हुए एक सार्थक पहल की है । सलाम है ऐसी  शिक्षिकाओं को जिन्होंने शिक्षा को घन से न जोड़ते हुए अपना जूनून बनया है ।
 श्रीमती ज्योति द्वारा बनाये गये उक्त विडियो में एक बात और ध्यान देने योग्य है कि पूरे विडियो में इंग्लिश भाषा का चयन किया गया है क्यों कि आज के इस दौर में सभी विद्यालयों में इंग्लिश माध्यम की शिक्षा प्रदान की जाती है परन्तु शिक्षण का माध्यम हिन्दी ही होता है वजह यह है कि ज्यादातर  शिक्षक हिन्दी पृष्टभूमि से है अतः अंग्रेजी भाषा को बोल चाल में अपनाने में दिक्कत होती है परन्तु श्रीमती ज्योति का कहना है कि शिक्षक व विद्यार्थी के बीच प्रतिदिन के वार्तालाप के कुछ वाक्य ऐसे है जिनका प्रयोग प्रतिदिन किया जाता है तो यदि इस वार्तालाप को अंग्रेजी भाषा में अनुवादित करके प्रतिदिन अभ्यास किया जाय तो कुछ ही दिनों में हिन्दी भाषी शिक्षक भी पूरी तरह से अंग्रेजी भाषा में ही पढ़ा सकेंगे।

समाधान बिन्दु : स्कूल व शिक्षकों का सम्मान करें और स्कूलों एवं स्कूल प्रबन्धन को हमेशा कोसने से बचें क्यों मुश्किल वक्त हर किसी के लिए है।

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