Breaking News

हमारी अपनी एकमात्र राष्ट्रभाषा है हिन्दीः अनूप मौर्य


 

समाधान न्यूज 365: 

हमारी अपनी एकमात्र राष्ट्रभाषा है हिन्दीः अनूप मौर्य
जौनपुर। प्रत्येक वर्ष 14 सितंबर को राष्ट्रीय हिंदी दिवस मनाया जाता है। दुनिया में अधिक बोली जाने वाली तीसरी सबसे बड़ी भाषा है हिन्दी लेकिन हिंदी को पूर्ण रुप से समझने, पढ़ने और बोलने वालों की संख्या बहुत कम है। हिंदी हमारी मूल भाषा होने के बाद भी आज के इस आधुनिक युग में अंग्रेजी का प्रयोग करने मे अपना गौरव समझते है। भले ही अंग्रेजी अशुद्ध हो। उक्त बातें सरजू प्रसाद महाविद्यालय कजगांव के प्राध्यापक डा. अनूप मौर्य ने प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से कही। उन्होंने आगे कहा कि हमें इस मानसिकता का परित्याग करना चाहिए, क्योंकि इसी के कारण हमारी हिंदी भाषा पिछड़ गई है तथा हमें हिंदी भाषा का प्रयोग करने में गर्व का अनुभव करना चाहिए और हिंदी विषय को प्राथमिक स्तर से उच्च स्तर तक अनिवार्य विषय के रूप में लागू कर देना चाहिए। 1947 में देश आजाद होने के बाद सबसे बड़ा प्रश्न था कि किस भाषा को राष्ट्रीय भाषा बनाया जाए। श्री मौर्य ने कहा कि काफी विचार विमर्श करने के बाद 14 सितंबर 1949 को हिंदी को राजभाषा का दर्जा दिया गया। इसका उल्लेख संविधान के अनुच्छेद 343 (1) में किया गया है जिसके अनुसार भारत की राजभाषा ‘हिंदी’ और लिपि ‘देवनागरी’ हुई। हिंदी की सबसे अच्छी बात ये है कि यह समझने में बहुत आसान है, इसे जैसा लिखा जाता है, इसका उच्चारण भी उसी प्रकार किया जाता है। हमारे देश में लगभग 77 प्रतिशत लोग हिंदी बोलते, समझते और पढ़ते हैं। इस प्रकार हमारी अपनी एक मात्र राष्ट्रभाषा है हिंदी हिंदी हिंदी।

लाइक व सबस्क्राइब करने के लिए नीचे दर्शित लिंक को क्लिक करें


https://www.instagram.com/srivastava9740/

 

No comments