मन से #मन के दूरी की संख्या१०० प्रतिशत होने जा रही हैआदर्श #दिखाने के #भगदड़ में होड़ बहोत ही भारी है #अंदर ही अंदर #सब #कुढ़ते हैं बस #बाहर से #आभारी हैं#अपने #अपनों से #जूझ रहे हैंगैरों से तगड़ी #यारी है ना जाने #मन के #मंदिर में ये कैसी मारा मारी हैमन से मन के दूरी की संख्या१०० प्रतिशत होने जा रही है#नीरजचित्रवंशी#nirajchitravanshi
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