"एक खतरनाक साजिश की सच्चाई ::
"संयुक्त परिवार बनाम आधुनिक बाजार" प्रो.(कैप्टन) अखिलेश्वर शुक्ला! भारतीय सामाजिक संयुक्त परिवार को खंड खंड करके एक समृद्ध बाजार विकसित करने का जो सुनियोजित कुचक्र चल रहा है। फल फूल और विकसित हो रहा है। इतना कुछ विदेशी आक्रमणकारीयों और लुटेरों ने भी नहीं किया जो आधुनिक काल में दिख रहा है । भारतीय संयुक्त परिवार :- भारतीय संयुक्त परिवार में तीन- तीन पीढियां , पांच -पांच भाईयों का परिवार- एक आंगन, एक छत , एक चुल्हा, एक नल, एक रसोई घर , एक बैठका , एक गौशाला , एक कार/,स्कुटर/सायकिल/आदि के साथ , बच्चों में संस्कार , सामाजिक सुरक्षा , पर्व त्योहार में उत्साह ,खर्च में सामुहिकता, बुजुर्गो की सेवा- सम्मान सहित हर्षोल्लास का माहौल रहता था। आधुनिक बाजार :- ...