मानव जीवन की सबसे बड़ी पूंजी है उत्तम संस्कारः शास्त्री
# मानव जीवन की सबसे बड़ी पूंजी है उत्तम संस्कारः शास्त्री
जौनपुर। महाराजगंज क्षेत्र के कपूरपुर गांव में आयोजित पांच दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा प्रवचन में आजमगढ़ से पधारे गोविन्द शास्त्री ने कहा कि अच्छे संस्कार मानव जीवन की सबसे बड़ी पूंजी है। बच्चों को भौतिक सुख-सुविधा एवं अच्छी शिक्षा के साथ धर्म शास्त्रों एवं अच्छे संस्कारों की सीख भी आवश्यक है। बुरे संस्कार वाला व्यक्ति समाज कुल परिवार की मर्यादा नष्ट करने के साथ सम्पूर्ण ऐश्वर्य एवं वैभव नष्ट कर देता है। कुछ बुरे कर्मों के चलते रावण की सोने की लंका एवं सम्पूर्ण कुल खानदान नष्ट हो गया जबकि बनवासी श्रीराम ने उत्तम संस्कार एवं धर्म के लिये लड़ते हुये विजयश्री का वरण किया था। इसी प्रकार निजस्वार्थ एवं बुरे संस्कारों के कारण कंस और कौरवों का वध हुआ था। प्रकाश चन्द्र विद्यार्थी ने कहा कि किताबी ज्ञान के साथ बच्चों को वेद, उपनिषद, रामायण, महाभारत, श्रीमद्भागवत की शिक्षा देना भी आवश्यक है। वहीं विमलेश पाण्डेय ने भी अपना विचार व्यक्त करते हुये सामाजिक संदेश दिया। इस अवसर पर उद्योगपति अशोक सिंह, धर्मेन्द्र सिंह, आजाद सिंह, सुधाकर मिश्रा, श्याम लाल जायसवाल, कमलाकर मिश्रा सहित तमाम लोग उपस्थित रहे।
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