Breaking News

सुख-समृद्धि व खुशहाली के लिये गोपाष्टमी पर पूजी गयीं गौ माता


 

samadhannews 365 # Niraj Kumar Srivastava

सुख-समृद्धि व खुशहाली के लिये गोपाष्टमी पर पूजी गयीं गौ माता

जौनपुर। गोपाष्टमी का पर्व नगर के ढालगर टोला में स्थित पिंजरा पोल पशु अनाथालय (जौनपुर गोशाला) में धूमधाम से मनाया गया। गौशाल प्रबंधन समिति द्वारा पंचदेव पूजन, हवन, सामूहिक गौ पूजन किया गया जहां तमाम लोग शामिल हुये। पूजन के बाद प्रसाद वितरण हुआ। श्रद्धालुओं ने सबसे पहले गौमाता का विधि-विधान से पूजन किया। गोशाला की गायों को गुड़, फल आदि गौग्रास खिलाया। गायों को वस्त्र ओढ़ाते हुये उपस्थित लोगों ने धूप-दीप दिखाकर गौवंदन करते हुये गाय के चरण छूकर आशीर्वाद लिया। गोपाष्टमी समारोह में संत प्रसाद राय, दिनेश प्रकाश कपूर, श्याम मोहन अग्रवाल, रामचंद्र यादव, सुरेंद्र सिंघानिया, सहायक श्रम आयुक्त कुलदीप सिंह, डा. रामेश्वर त्रिपाठी, बाबा महेंद्र दास त्यागी, प्रधानाचार्य सुभाष चन्द्र सिंह, नितिन अग्रवाल, संजय सेठ, चंद्रसेन सिंह, डा. ब्रह्मदेव पांडेय, दिनेश वर्मा, आईपी सिंह, विजय यादव, कृष्ण कुमार जायसवाल, सरोज चौरसिया, उमापति केडिया, अखिलेश चंद्र तिवारी, निर्भय चंद्र केडिया, प्रभात चंद्र उपाध्याय, विपिन चंद्र अग्रवाल सहित तमाम लोग उपस्थित रहे। गौरतलब है कि हिन्दू धर्म में गाय को पूजनीय माना जाता है। कहते हैं कि गाय की पूजा करने से 33 करोड़ देवी-देवताओं का आशीर्वाद प्राप्त हो जाता है। गाय माता की पूजा के लिए गोपाष्टमी पर्व विशेष माना गया है। मान्यता है कि गोपाष्टमी के दिन गौ माता की पूजा से घर में सुख-समृद्धि और खुशहाली आती है। भगवान कृष्ण कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को गाय को चराने के लिए पहली बार घर से निकले थे तभी से इस तिथि को गोपाष्टमी के रूप में मनाया जाने लगा। ऐसी भी मान्यता है कि इस दिन भगवान कृष्ण ने गोवर्धन पर्वत को अपनी अंगुली पर उठाकर इंद्रदेव के प्रकोप से गोप-गोपियों की रक्षा की थी, इसलिए इस अवसर पर गौमाता, भगवान श्रीकृष्ण के साथ गोवर्धन पर्वत की झांकी सजाई कर उसकी भी पूजा की जाती है।

लाइक व सबस्क्राइब करने के लिए नीचे दर्शित लिंक को क्लिक करें

No comments