सत्संग से भक्तों वाले गुणों का होता है समावेशः डा. रीता यादव
# सत्संग से भक्तों वाले गुणों का होता है समावेशः डा. रीता यादव
जौनपुर। मानव तन में आकर परमात्मा की जानकारी प्राप्त करना ही उत्तम है। इसके बाद ही भक्ति का प्रारम्भ होता है। परमात्मा की जानकारी के बाद ही इंसान के व्यवहार और बोली में बदलाव आता है। जीवन में नम्रता आती है। सत्संग से जीवन में भक्तों वाले गुणों का समावेश होता है। उक्त उद्गार मड़ियाहूं पड़ाव स्थित निरंकारी सत्संग भवन के प्रांगण में आयोजित जोन स्तरीय अंग्रेजी भाषी समागम में जनपद के समस्त ब्रांचों से उपस्थित विशाल संत समूह को सम्बोधित करते हुये आजमगढ़ से आयीं डा. रीता यादव केन्द्रीय प्रचारक ने व्यक्त किया। इस दौरान युवा पीढ़ी ने गीत, कविता, सुविचार आदि से संत निरंकारी मिशन द्वारा फैलाये जा रहे प्यार, नम्रता व सहनशीलता सहित अन्य दिव्य गुणों को उजागर किया। इस अवसर पर जोनल इंचार्ज मानिक चन्द्र तिवारी, स्थानीय संयोजक श्याम लाल साहू सहित तमाम लोग उपस्थित रहे। मंच का संचालन पिण्टू जी ने किया।
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