ठिठुर रही जिन्दगियों को भगवान का ही आसरा, अब तक नहीं पहुंचा कोई
# ठिठुर रही जिन्दगियों को भगवान का ही आसरा, अब तक नहीं पहुंचा कोई
जौनपुर। कड़ाके की ठण्ड व गलन में सुविधा सम्पन्न लोग भी बेहाल हैं लेकिन उनका क्या जिनके पास रहने के लिये सिर पर छत तक नहीं है। पहनने को गर्म कपड़े नहीं तथा ठण्ड से बचने का कोई संसाधन नहीं है। कुछ ऐसा ही हाल नगर से सटे मुसहर बस्ती का है। धरनीधरपुर में संचालित जेसीज बालवाड़ी स्कूल के पीछे रहने वाले सैकड़ों लोग मौत बरसा रहे खुले आसमान के नीचे 3 डिग्री तापमान में ठिठुरने को विवश हैं। जिन्दगी की जंग लड़ रहे बच्चों के तन पर सामान्य पूरा कपड़ा नहीं है। ठण्ड से बचने के लिये गर्म कपड़ों की बात तो दूर, लोगों के पास घर नहीं है। बोरे, प्लास्टिक आदि की दरी से बांस लगाकर घेराव करके उसी में रात बिताने को ये लोग मजबूर हैं। इनकी दशा गरीबों व बेसहारों को कम्बल, अलाव आदि की व्यवस्था का दम्भ भरने वाले जिला प्रशासन को मुंह चिढ़ा रही है। धरनीधरपुर मुसहर बस्ती की अनारा, उर्मिला, संती, सुनीता, शान्ति, चम्पा, उषा, जड़ावती, संजू, धन्जा आदि ने कहा कि ठण्ड से बचने के लिये अब तक प्रशासन द्वारा कम्बल दिया गया और न ही अलाव के लिये लकड़ी आयी। इतना ही नहीं, बस्ती में अब तक आवास तक नहीं मिला है। इतनी भीषण ठण्ड में बोरे से घेरा बनाकर उसी में बच्चों के साथ लोग किसी तरह जिन्दगी काट रहे हैं।
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