दुआओं का असर
कभी कभी चुनौतियों का ऐसा "शुभ समाधान" सुलभ होता है, जो अपने प्रयासों से ज्यादा, अपनों की दुआओं का असर
मालूम पड़ता है।
-------*****💐💐------💐💐*****------
इस व्यस्ततम जीवन में अपने पारिवारिक व सामाजिक रिश्तों, दोस्तों, आदरणीयों व स्नेहीजनों से मिलना जुलना कम ही हो पाता है, और इन्हीं कुछ संबंधों में कुछ एक से मत वैभिन्यता, आधारहीन अनुमानों, अहंकार या अन्य किसी नकारात्मक वृत्ति के प्रभाव में परस्पर अप्रेम भी होता है, पर कई रिश्तों में कुछ खींच तान होना मानव जीवन की स्वाभाविक घटना है, इन अपवाद संबंधों के अलावा,
ढेरो ऐसे रिश्तें हैं जो परस्पर एक दूसरे के शुभचिंतक हैं। ये वही रिश्ते हैं जो किसी अवसर विशेष पर ही मिल पाते हैं पर सद्भाव, सुविचार व सम्मान भाव परस्पर एक दूसरे के प्रति पूरी निष्ठा रखते हैं। व्यक्ति के जीवन में निश्चिततः अनेकों अप्रत्याशित उतार चढ़ाव आते ही हैं, जिससे बाहर निकलने में संबंधों की शुभेच्छा आशीर्वाद बनकर हमारी रक्षा करते हैं।
कभी कभी कुछ समाधान तो ऐसे चमत्कारिक होते हैं, कि वो अपने प्रयासों से ज्यादा, अपनों की दुआओं का असर मालूम पड़ता है।
संबंधों की वास्तविकता कुछ भी हो!
सोच में सौहार्द, आशीर्वाद, स्नेह व शुभकामनाएं तो होना ही चाहिए जिसके लिए हमें ना ही कुछ खर्च करना है, ना ही कहीं जाना है, न ही किसी का अनावश्यक महिमामंडन करना है, बस सहज भाव से सबके लिए शुभेच्छा रखनी है।
#writer #nc #nirajcitravanshi
अनंत शुभकामनाएं🙏🌷
No comments