परिणाम हमें आश्चर्यचकित करते रहते हैं....
सोच से विपरीत जीवन में कुछ भी घटित होना कर्मों का वह लेखा जोखा है जो इंसानी समझ से परे है, जिसका मूल्यांकन सिर्फ ईश्वर ही कर सकते हैं यही वजह है कि हमारी कृत्यों के स्व मूल्यांकन के विपरीत परिणाम हमें आश्चर्यचकित करते रहते हैं।
#नीरजचित्रवंशी #नीरनीरज
No comments