जब अच्छे विचार की परिपूर्णता होगी
अच्छे विचार ही बार बार, कई बार, लगातार मन में चल रहे हों या चलाये जा रहे हैं तो परिणामस्वरूप निश्चित ही बुरे विचार धीरे धीरे जाते रहेंगे। जब अच्छे विचार की परिपूर्णता होगी। और जब मन में पूर्णतः शुद्व विचार ही होंगे तो जीवन एक आश्चर्यजनक आन्नददायी उत्सव होगा, आजमाएं मुफ्त की प्राकृतिक व्यवस्था है।
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